मैं उदय भान 'कनपुरिया' आप सभी का इस ब्लाग पर स्वागत करता हूँ। मैं अपने पिता श्री जगदीश चंद्र गुप्त एवं माता श्रीमती लक्ष्मी गुप्ता के आशीर्वाद से कविताओं की रचना करता हूँ। आशा करता हूँ कि आप सभी को पसंद आएँगी।आप मुझे विषय भेजेँ(कमेंट्स लिखकर), मैं आपको उनपर कविता देने का प्रयास करूँगा ।
Tuesday, August 17, 2010
बाल कविता -भारत देश (POEM-MY COUNTRY india)
देश हमारी माता है, हमको भारत भाता है॥ दुनिया की हम आशा हैं, यही नयी परिभाषा है। अन्न यहीं उपजाऐंगे, जान लुटाते जाऐँगे॥ शांति संदेशा लाऐँगे, विश्व विजय कर आएँगे॥ हमको आगे बढ़ना है,चोटी पर भी चढ़ना है॥पीछे मुड़ न देखेंगे, दुश्मन पे बम फेंकेगे॥ दुश्मन तेरी खैर नहीं, करना हमसे बैर नहीं॥ जोश हमारे मन में है, शौर्य हमारे तन में है॥ जिसने माँ का दूध पिया, आ कर ले जो नहीं किया॥ हम सब सच्चे वीर हैं, जोशीले रणधीर हैं॥जय भारती ----उदय भान गुप्ता
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