Wednesday, September 29, 2010

बाल कविता छुट्टी

रविवार को छुट्टी होती , बाकी दिन होता है काम । दिन में आटा चक्की चलती , रातों को हर शह आराम । दंगा, क्रिकेट , जनम , मरण दिन , भारत में हर दिन अवकाश । ऐसा चलता रहा तो इक दिन भारत बन जाएगा दास । बीजेपी का भारत बंद , कांग्रेस का भारत बंद । मत कर छुट्टी ज्यादा भइया , देश चलेगा बिलकुल मंद । - - उदय भान कनपुरिया

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